Himachal Update – मिशन 2024 ने रोके भाजपा-कांग्रेस के कदम।
नई सरकार को मंत्रिमंडल बनाने, विपक्ष को नेता प्रतिपक्ष चुनने में लग रहा समय।

मौजूदा दौर में हिमाचल के सियासी हालात अलग ही बन गए हैं। सत्ता पक्ष कांग्रेस और विपक्ष भाजपा के समक्ष बड़ी चुनौती मिशन 2024 है। भले ही प्रदेश में कांग्रेस ने सरकार बना ली हो, लेकिन 2024 में होने वाले लोकसभा चुनावों के लिए कांग्रेस अभी से तैयारी करना चाहती है। यही वजह है कि सरकार बनने के बावजूद मंत्रिमंडल का निर्णय नहीं हो पा रहा है। बताया जा रहा है कि पार्टी हाइकमान मंत्रिमंडल संतुलन में जातीय और क्षेत्रीय समीकरणों के साथ-साथ भविष्य को ध्यान में रखकर कैबिनेट विस्तार करना चाह रही है, जबकि प्रदेश कांग्रेस के नेता व विधायक अपनी वरिष्ठता के बूते मंत्रिमंडल में स्थान चाह रहे हैं। यही नहीं, पार्टी के भीतर पुरानी खेमेबाजी भी चुनौती बनी हुई है। उधर, विपक्ष भी 2024 में होने वाले लोकसभा चुनावों के मद्देनजर ही आने वाले दिनों में अपना नया प्रदेश अध्यक्ष और नेता प्रतिपक्ष चुनना चाहता है।
यही वजह है कि पूर्व मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से लेकर पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जगत प्रकाश नड्डा के साथ बैठकें कर रहे हैं। दोनों ही दलों के समक्ष इस समय लोकसभा चुनावों का बड़ा लक्ष्य है। सत्ताधारी दल कांग्रेस को सत्ता में आने के दो साल बाद ही अपने कम से कम 40 विधायकों के विधानसभा क्षेत्रों में भाजपा को रोकना है, जबकि भाजपा को फिर से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को सत्तासीन करने के लिए सभी सीटों पर विजय हासिल करनी है। राजनीतिक विश्लेषक बताते हैं