प्रदेश में ग्रीन एनर्जी से चलेंगी बसें
एनटीपीसी कोलडैम लेह में स्थापित करेगा अपना पहला हाइड्रोजन प्लांट

लेह।
एनटीपीसी कोलडैम लेह में अपना पहला हाइड्रोजन प्लांट स्थापित करेगा। इस संदर्भ में एनटीपीसी कोलडैम ने एमओयू भी साइन कर लिया है। ग्रीन एनर्र्जी के क्षेत्र में भी एनटीपीसी कोलडैम काम कर रही है। इस दिशा में यह पहला प्रयास है। एनटीपीसी कोलडैम के महाप्रबंधक इंजीनियर कुलविंदर सिंह ने बताया कि उक्त ऊर्जा के संग्रहण से बसें चलाई जाएंगी। ग्रीन हाइड्रोजन पानी से बनती है और उसके लिए बिजली ग्रीन एनर्जी से संग्रहित करेंगे। उन्होंने बताया कि 2032 तक 130 गीगा वॉट की कंपनी स्थापित करने का लक्ष्य रखा गया है।
इस दिशा में प्रयास किए जा रहे हैं। आजकल वर्तमान में ग्रीन पावर प्लांट पर बहुत जोर है और एनटीपीसी ने 2032 तक 60 गीगा वॉट सोलर हाइड्रो और विंड से बनाकर पॉवर तैयार करने का लक्ष्य रखा है। उन्होंने कहा कि एनटीपीसी कंपनी का अंतरराष्ट्रीय स्तर पर सरकार के साथ कमिटमेंट है कि ग्रीनहाउसेस को कम करने की दिशा में प्रयास किए जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि एनटीपीसी की कुल स्थापित क्षमता 70824 मेगावाट है। एनटीपीसी कोलडैम द्वारा कमिशनिंग से लेकर अब तक 24.51 बिलियन यूनिट विद्युत उत्पादन किया गया है। एनटीपीसी कोलडैम को हिमाचल प्रदेश पर्यावरण लीडरशीप अवार्ड 2021-22 का प्रथम स्थान प्राप्त हुआ। एनटीपीसी कोलडैम द्वारा परियोजना प्रभावित गांवों के विकास के लिये प्रतिबद्ध है, तथा लोगों के जीवन शैली में परिवर्तन को अपनी प्राथमिकता मानती है।
एनटीपीसी कोलडैम द्वारा सामुदायिक विकास के लिए किए जा रहे कार्यों में एनएसआईसी, मंडी के माध्यम से आस-पास के क्षेत्रों में युवाओं, महिलाओं के लिए कौशल विकास प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे हैं, जिसमें कढ़ाई-बुनाई, कम्प्यूटर व हस्तशिल्प आदि प्रशिक्षण मुख्य है। इस वर्ष एनटीपीसी कोलडैम द्वारा परियोजना के आसपास के गांवों में नि:शुल्क स्वस्थ्य परिक्षण का आयोजन किया गया। इसके दौरान दिग्विजय प्रसाद सिंह अप्पर महाप्रबंधक (मानव संसाधन), सुरेंद्र कुमार गर्ग उपमहाप्रबंधक (तकनीकी सेवाएं) तथा राजीव कुमार सहदेव वरिष्ठ प्रबंधक (पुन:स्थापना तथा पुनर्वास), अविनाश पाठक प्रबंधक मानव संसाधन तथा उपस्थित रहे।