
हमीरपुर।
हिमाचल प्रदेश कर्मचारी चयन आयोग की भर्ती परीक्षाओं के प्रश्नपत्र लीक मामले में सोमवार को एक अन्य आरोपी नीरज कुमार को हमीरपुर न्यायालय से 30 हजार रुपये के मुचलके पर जमानत मिल गई है। जबकि उमा आजाद के दोनों बेटों नितिन आजाद और निखिल आजाद की जमानत अर्जी रद्द कर दी गई है। अभी तक इस मामले में नीरज कुमार समेत चार आरोपियों को जमानत मिल चुकी है। नीरज कुमार मुख्य आरोपी उमा आजाद के घर पर काम करता था और 23 दिसंबर 2022 को जेओए आईटी पेपर लीक मामले में दबिश देने उमा आजाद के घर पर पहुंची विजिलेंस ने उसे दबोचा था। बीती 28 जनवरी को दलाल संजीव कुमार के भाई शशिपाल को भी जमानत मिल चुकी है। जबकि दो अभ्यर्थियों तनु शर्मा और अजय शर्मा को बीते माह न्यायालय से जमानत मिली थी।
अब मुख्य आरोपी उमा आजाद, उनके दो बेटे नितिन और निखिल आजाद तथा दलाल संजीव कुमार ही सलाखों के पीछे हैं। यह चारों न्यायिक हिरासत में चल रहे हैं। वहीं विजिलेंस और एसआईटी पूर्व सचिव डॉ. जितेंद्र कंवर और उनके चालक जयचंद से बीच-बीच में पूछताछ कर रही है। विजिलेंस ने 16 जनवरी को पूर्व सचिव के सरकारी आवास से करीब 400 विभिन्न पोस्ट कोड की भर्ती परीक्षाओं के पुराने प्रश्नपत्र बरामद किए थे। जबकि नियमों के तहत कोई भी सरकारी अधिकारी सरकारी रिकॉर्ड को कार्यालय से अपने घर नहीं ले जा सकता। अब जब सरकारी आवास से यह प्रश्नपत्र बरामद हुए हैं तो जांच एजेंसियां हर पहलु को ध्यान में रखकर जांच को आगे बढ़ा रही हैं। उधर, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक विजिलेंस हमीरपुर रेणू शर्मा ने कहा कि सोमवार को हमीरपुर न्यायालय से नीरज कुमार को जमानत मिल गई है।