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धर्मशाला को टरका कर अब देहरा को बरगला रहे सीएम सुक्खू :अतुल भारद्वाज

चुनाव के बाद 5 तरीख को सेंट्रल यूनिवर्सिटी के 30 करोड़ जमा करवाने का किया वादा अब देहरा को दिखा रहे झूठे सपने

धर्मशाला, ब्यूरो (न्यूज अजब गजब):- 

समाजसेवी अतुल भारद्वाज ने कहा कि मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने धर्मशाला में जनता के बीच यह घोषणा की थी कि केंद्रीय विवि स्थापना को लेकर 30 करोड़ रुपये की राशि को चुनाव के तुरंत बाद पांच तारीख को जमा करवा दिया जाएगा। मुख्यमंत्री जी व उनके सिपासलारों ने यह भी जनता ओर मिडिया में कई बार कहा की यह राशि 30 करोड़ रुपये के बजाए अब 15 करोड़ रुपये जमा होनी है लेकिन चुनाव के बाद आज दिन तक यह राशि जमा नहीं हो सकी, जबकि दो पांच तारीखें निकल चुकी हैं। ऐसे में प्रदेश सरकार व मुख्यमंत्री की कार्यप्रणाली पर सवाल खड़ा हुआ है। अतुल भारद्वाज ने कहा की मुख्यमंत्री एक जिम्मेदार पद पर बैठकर हिमाचल की जनता से झूठ बोल रहे हैं उन्होंने जनता के साथ साथ अपने कांग्रेस पार्टी के कार्यकर्ताओं को भी ठगा है।अतुल भारद्वाज ने पत्रकारों को संबोधित करते हुए कहा कि इस बारे में कांग्रेस के लोगों से पूछा तो उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री ने कहा था कि पांच तारीख को केंद्रीय विवि स्थापना को लेकर धनराशि जमा करवा दी जाएगी। लेकिन जमा नहीं हुई है। इससे प्रदेश में मुख्यमंत्री की विश्वस्नीयता के ऊपर प्रश्नचिन्ह लग रहा है।
अतुल भारद्वाज ने देहरा की जनता को सावधान हो जाने के लिए कहा की जो मुख्यमंत्री का कार्यालय धर्मशाला में खुला है वही ठीक ढंग से काम नहीं कर रहा तो देहरा में खोलने से क्या होगा? अतुल भारद्वाज ने आरोप लगाते हुए कहा कि देहरा में मुख्यमंत्री प्रचार कर रहे हैं कि यह काम भी हो जाएगा वो काम भी हो जाएगा। यह भी कह रहे हैं कि यहां से सीएम की पत्नी नहीं बल्कि अब वह खुद चुनाव लड़ रहे हैं। अतुल ने कहा कि मुख्यमंत्री धर्मशाला में भी यही कहते थे कि धर्मशाला में कांग्रेस का उम्मीदवार नहीं वह स्वय चुनाव लड़ रहे हैं लेकिन धर्मशाला का परिणाम तो सभी को पता है। देहरा की जनता मुख्यमंत्री को सबक सिखाएगी।
आज देहरा में अधिकारी, कर्मचारी पर दवाब बनाया जा रहा है। यही कारण है कि देहरा की जनता खामोश हो गई है और सही वक्त का इंतजार कर रही है।
भारद्वाज ने आरोप लगाया कि पहले ठाकुर जो बात कहते थे वह करते थे, लेकिन मुख्यमंत्री ने इस बात का मान ही खत्म कर दिया है। जबकि देहरा में स्वाभिमानी राजपूत होशियार सिंह हक की लड़ाई लड़ रहे हैं तो दूसरे राजपूर यानि मुख्यमंत्री झूठ का सहारा ले रहे हैं। देहरा की जनता ज्यादा समझदार है और सही फैसला लेगी। इस सरकार में पेंशनर, कर्मचारी सभी दुखी हैं। पेंशनर 15 अगस्त को अपना रोष प्रदर्शन करेंगे। केंद्रीय विवि को लेकर कोई भी राजनीतिक पार्टी गंभीर नहीं है। न प्रदेश के मुख्यमंत्री व अन्य दल। यदि अब पैसा जमा नहीं होता है तो इस बारे में धर्मशाला के विधायक की अगामी क्या रणनीति होगी यह भी पूछा जाएगा।

पीडब्ल्यूडी विभाग के टेंडर प्रक्रिया में हो रही बंदरबांट का होगा खुलासा

भारद्वाज ने व्यव्स्था परिवर्तन के नारे पर प्रश्नचिन्ह लगाते हुए पूछा कि लोक निर्माण विभाग में जिस प्रकार से कामों की बंदरबाट हो रही है उससे विभागीय कार्यप्रणाली पर प्रश्न चिन्ह लग चुका है उन्होंने उपायुक्त निवास के कार्यों पर प्रश्न चिन्ह लगाते हुए लिखित रुप में अधिशाषी अभियंता को पत्र लिखा है तथा उन्होंने मांग की है कि सक्षम अधिकारी मौका स्थल पर चल कर उन्हें बताए कि किन कामों को किया जाना है जिनके टैंडर लगाए गए हैं। उन्होंने कहा की बढ़ा दुर्भाग्यपूर्ण है कि जब अधिकतर ठेकेदार टेंडर प्रक्रिया में भाग लेने के लिए आते हैं तो टेंडरो की तारीख आगे कर दी जाती है तथा प्रतिभागियों को उस तारीख के बारे में भी नहीं बताया जाता है। अब तो यहां तक कोशिश हो रही है कि टेंडर निकले लेकिन किसी को भी पता नहीं चलना चाहिए और यदि पता चल जाए तो पोस्टपोन कर दो जिससे कि विभागीय कार्यप्रणाली व अधिकारियों के ऊपर सवालिया निशान लगा रहा है। अब मीडिया की उपस्थिति में मौका स्थल का निरक्षण किया जाएगा।

Rakesh Bhardwaj

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