मुद्दा शहर का : धर्मशाला के लोग हैरान, एचआरटीसी बसों के क्यों नहीं होते चालान
स्थानीय बस अड्डे से लेकर निर्माणाधीन वर्कशॉप तक बेतरतीब खड़ी रहती है बसें, हर पल हादसे का बना रहता है अंदेशा
धर्मशाला, ब्यूरो (न्यूज अजब गजब):-
यातायात व्यवस्था को चुस्त-दुरुस्त रखने का जिम्मा पुलिस प्रशासन को सौंपा गया है। धर्मशाला में समय-समय पर पुलिस जागरूकता अभियान भी चलाती है और ट्रैफिक रूल तोडऩे वालों के खिलाफ कार्रवाई भी कर रही है, लेकिन शहर के प्रबुद्ध लोगों का कहना कि सडक़ किनारे खड़ी एचआरटीसी बसों के चालान क्योंं नहीं किए जाते,यह समझ से परे है। सरकारी बसों को किस कानून के तहत सडक़ पर खड़ा करने की अनुमति दी गई है। लोगों का कहना है कि स्थानीय बस अड्डे से लेकर एचआरटीसी की निमार्णाधीन वर्कशॉप तक सरकारी और कई निजी बसें भी सडक़ पर खड़ी रहती हैं, लेकिन पुलिस प्रशासन इन पर क्यों कार्रवाई नहीं करता, यह प्रशासन के दोहरे कानून को दर्शाता है। लोगों ने पुलिस प्रशासन से मांग की है सडक़ पर पार्क की गई बसों को हटाया जाए। हालांकि पुलिस प्रशासन ने शहर में ट्रैफिक जाम की स्थिति से निपटने के लिए ट्रैफिक को वन-वे करना शुरू कर दिया है, लेकिन पठानकोट से वाया चड़ी आने वाले वाहनों को सबसे पहले एचआरटीसी की वर्कशॉप के पास पहुंचते ही परेशानी का सामना करना पड़ता है। इसके अलावा सडक़ के साथ ही रिपेयर की दुकान खुलने से भी अक्सर बस को सडक़ पर खड़ा करके रिपेयर किया जाता है। कभी -कभी स्थिति यह बन जाती है कि एक तरफ गाड़ी रिपेयर के लिए खड़ा रहती है, तो दूसरी तरफ वाहन पार्क किए होते हैं, यहां तीखा मोड़ होने के कारण हमेशा हादसे का अंदेशा बना रहता है। बता दें कि धर्मशाला हिमाचल प्रदेश का बड़ा टूरिस्ट हब है। यहां पर आए दिन सैकड़ों सैलानी यहां आते हैं, लेकिन जाम से परेशान होने के बाद वे यहां दोबारा आने से तौबा करके लौटते हैं। इसके अलावा धर्मशाला जिला मुख्यालय भी है, इसलिए भी काफी संख्या में जिला भर के लोग अपने काम के सिलसिले में यहां पहुंचते हैं, लेकिन सडक़ों पर बेतरतीब खड़ी गाडिय़ों की वजह से उन्हें काफी परेशानी का सामना करना पड़ता है।
बॉक्स: जल्द की जाएगी कार्रवाई: एसपी
कांगड़ा की एसपी शालिनी अग्रिहोत्री ने बताया कि पुलिस ट्रैफिक रूल तोडऩे वालों पर बराबर कार्रवाई करती है। सडक़ पर सरकारी बसें खड़ी की जा रही हैं, तो संबंधित विभाग को व्यवस्था करने को कहा जाएगा। अगर एचआरटीसी प्रबंधन अपने स्तर पर एक्शन नहीं लेता है तो पुलिस नियमानुसार कड़ी कार्रवाई करेगी। ट्रैफिक रूल्ज तोडऩे की किसी को इजाजत नहीं दी जाएगी।